RBI की मौद्रिक नीति समिति ने लगातार 8वीं बार अपनी प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है और मौद्रिक रूख पर उदार रवैया बनाए रखा है। मुंबई में आज मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि ब्याज दरों में कोई बदलाव न करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है। रेपो दर चार प्रतिशत और रिवर्स रेपो दर तीन दशमलव तीन पांच प्रतिशत पहले की तरह ही बनी रहेंगी। रेपो दर वह दर है जिस पर केंद्रीय बैंक, बैंकों को अल्पकालिक ऋण उधार देता है।
श्री दास ने कहा कि RBI की वृद्धि दर के टिकाऊ आधार पर पुनरुद्वार के लिए अपने नरम रूख को जारी रखेगा। कोविड के प्रभाव को कम करने के लिए मुद्रास्फीति को सीमा में ही रखना होगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर को 9.5 % पर कायम रखा है। प्रमुख बैंक के गवर्नर ने कहा है कि वित्त वर्ष 2022 में सकल घरेलू उत्पाद की दर पहले के अनुमान सात दशमलव तीन प्रतिशत के मुकाबले सात दशमलव नौ प्रतिशत रह सकती है। उन्होंने कहा आर्थिक गतिविधियां धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही हैं और मुद्रास्फीति उम्मीद से कम रह सकती है।
No comments:
Post a Comment