काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अब अफगानिस्तान को कौन देश मान्यता देता है और नहीं, यह सवाल मह्तवपूर्ण हो गया है. चीन औपचारिक तौर पर तालिबान शासन को मान्यता देने का संकेत दे दिया है. विशेषज्ञों का अनुमान है कि रूस, पाकिस्तान और ईरान भी जल्द तालिबान शासन को मान्यता दे सकते हैं. भारत भले ही अफगानिस्तान में तालिबान की गतिविधियों से अनजान बना रहा लेकिन चीन, रूस, पाकिस्तान और ईरान के साथ दुनिया के कई देश वहां पर घट रहे रह घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे थे.
विदेश मंत्री एस जय शंकर ने कहा है कि भारत अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर बहुत बारीकी से नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा कि भारत का ध्यान अफगानिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने पर है।
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